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"बीजेपी की तिरंगा यात्रा पर अखिलेश का तंज

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की तिरंगा यात्रा पर तीखा हमला बोला है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद बीजेपी द्वारा निकाली जा रही इस यात्रा को अखिलेश ने “लोगों को गुमराह करने की कोशिश” बताया है।

अखिलेश ने कहा, “जश्न जीत का होता है, सीज का नहीं। बीजेपी तिरंगा यात्रा के जरिए अपनी नाकामियों को छिपाना चाहती है, लेकिन जनता सब जानती है।”

उन्होंने मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह की सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई टिप्पणी का भी जिक्र किया और कहा कि “बीजेपी नारी वंदन का ढोंग करती है, लेकिन जब सम्मान और सुरक्षा की बात आती है तो उनका असली चेहरा सामने आ जाता है।”

सपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सेना की बहादुरी और एकता का राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है, जबकि ऑपरेशन सिंदूर सेना की रणनीतिक क्षमता और पराक्रम का प्रतीक है, न कि किसी पार्टी का प्रचार माध्यम।

पीडीए एजेंडा और सियासी संदेश:
अखिलेश यादव ने अपने पीडीए यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक एजेंडे को जनता की असली ताकत बताते हुए बीजेपी की “बांटने वाली राजनीति” पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाज को जोड़ने और सम्मान दिलाने की जिम्मेदारी अब जनता खुद उठा रही है।

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस:
अखिलेश के बयानों के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्त बहस छिड़ गई है। जहां बीजेपी समर्थकों ने इसे सेना का अपमान करार दिया, वहीं सपा समर्थकों ने बीजेपी की तिरंगा यात्रा को “राजनीतिक नौटंकी” बताया।

राजनीतिक विश्लेषण:
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक यह बयानबाज़ी उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को और गर्माने का संकेत है। विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच सीधा टकराव अब और तीव्र होने की संभावना है।